गांव के देसी कुमार ने बनाया 2 दिन तक चलने वाला 'मैजिक दीया', जैसी ही हुआ वायरल ऑर्डर की लग गई लाइन!
जिओ की अलग-अलग वैरायटी आजकल मार्केट में मिल जाती है लेकिन यह दिए सबसे अच्छे मिट्टी के ही बनते हैं। हाल ही में ऐसी मिट्टी से दीया बनाया गया है जिसे "मैजिक दिया" कहा जा रहा है इसलिए की चर्चा चारों ओर फैली हुई है। यह दिया 24 घंटे लगातार चलता ही रहता है तो चलिए बताते हैं इसके पीछे की पूरी सच्चाई।
24 घंटे लगातार जलता है यह दीया
यह जादुई दीया छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले के मसौदा ग्राम पंचायत के कुम्हार अशोक चक्र धारी ने बनाया है
कुम्हार ने मिट्टी से एक ऐसा दिया बनाया जो 24 घंटे चलता ही रहता है। इस वजह से कुमार को यह दिए बनाने के एडवांस में ओल्डर आ रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार कुम्हार को नेशनल मेरिट अवार्ड प्रशस्ति पत्र से भी सम्मानित किया जा चुका है। अशोक चक्रधारी एक शिल्पकार है जो सालों से यही काम करते हैं। अशोक के द्वारा बनाई गई मूर्तियां ऐसी प्रतीत होती है जैसे अभी कुछ बोल ही देंगी। बस्तर में अशोक का झिटकू-मिटकी कला केंद्र भी है।
आखिरकार म्यूजिक दिया है क्या
कुम्हार के द्वारा बनाए गए इसलिए का डिजाइन ऐसा है कि इसमें तेल का प्रवाह है अपने आप ही होता रहता है यानी जब दीए में तेल धीरे-धीरे खत्म हो जाता है तो दीया तेल से अपने आप ही भर जाता है और लगातार चलता रहता है इसी वजह से इस दिए को "मैजिक दिया" कहां जा रहा है।
कुमार ने दीए को दो पार्ट में बनाया है एक हिस्से को गोला का रूप दिया है जिसमें बत्ती लगाई जाती है दूसरे हिस्से में चाय की केतली के आकार की एक छोटी सी मटकी लगाई गई है जिसमें तेल भरा जाता है।
इससे मटकी के पात्र में तेल भरकर दीए के ऊपर उल्टा कर सांचे में फिट कर दिया जाता है। दीया ऐसा बना है कि जैसे ही तेल सूखने लगता है वैसे ही इसमें तेल अपने आप भर जाता है
दीया बनाने का आईडिया कहां से आया
अशोक चक्रधारी ने बताया, "मुझे इस साल नवरात्रि में किसी ने फोन करके बताया कि आपने जो दीया बनाया है, हमें भी वैसा दीया चाहिए। मुझे पता चला कि वीडियो वायरल हो गया है जिसके कारण मुझे लोग कॉल कर रहे हैं। हम रोज़ 50-60 ऐसे विशेष दीए बना रहे हैं। हमने इसकी कीमत 200 से 250 रुपये रखी है।" https://t.co/13J7yIyHTf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 30, 2020
अशोक चक्रधारी की उम्र 62 वर्ष है। अशोक ने कहा कि जब है 35 वर्ष का था तब मैंने अनोखा दिया बनाने की जिससे दिए में तेल सूखने ना पाए। मुझे यह आईडिया अच्छा लगा और मैंने इसे बनाने की कोशिश की और लगातार कोशिश से मैं इस प्रयास में सफल भी हो गया।
जादुई दिए की कीमत
Chhattisgarh: Ashok Chakradhari, a potter in Kondagaon, has designed an earthen lamp in which flow of oil is circulated automatically.
— ANI (@ANI) October 30, 2020
He says, "I learnt making this lamp watching several techniques online. I've received a good number of orders for making more such lamps." pic.twitter.com/oIfwmSu1qA
अशोक ने मैजिक दिए की कीमत 200 से 250 तक की रखी है। जैसे ही इस दीए की खबरें मार्केट में आने लगी वैसे ही अशोक को एडवांस में ही यह दिए बनाने के ऑर्डर आने लगे। अशोक ने बताया कि ओल्डर आने के बाद मुझे पता चला कि मेरा यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है जिसके कारण मुझे दिन में कई फोन आते हैं। मैं दिन में 50 से 60 दिए बना रहा हूं।