खूबसूरत आईपीएस सिमला प्रसाद की दिलचस्प कहानी। जानकर होगा आपको गर्व
जानकारी के लिए आपको बता दें आईपीएस सिमला भोपाल की रहने वाली है जो कि लोगों के लिए एक मिसाल है, इनका जन्म 8 अक्टूबर 1980 को भोपाल में हुआ था, आईपीएस सिमला अपने काम और खूबसूरती की वजह से लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी हुई है, सिमला पुलिस अफसर होने के साथ-साथ अधिकारिक तौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में काफी अधिक काम कर चुकी है। इसके साथ-साथ आईपीएस सिमला ने एक्टिंग में भी अपनी काफी अच्छी पहचान बनाई है।
आईपीएस सिमला प्रसाद की शिक्षा
आईपीएस सिमला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ को-एड (St Joseph's Co-Ed) स्कूल भोपाल से ही पूरी की।आईपीएस शिमला प्रसाद ने इसके बाद बीकॉम student for excellence व बीयू से पीजी करके पीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की। आपको बता दें भोपाल की बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी से सोशलॉजी में पीजी करने वाली सिमला प्रसाद स्वर्ण पदक विजेता भी रही हैं।
पीएससी पूर्ण करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग डीएसपी के पद पर हुई, इस पोस्टिंग के दौरान सिमला प्रसाद ने यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी की और अपने पहले प्रयास से ही परीक्षा में सफलता प्राप्त की। सिमला प्रसाद ने अपनी self-study के बल पर ही यूपीएससी क्लियर की।
आईपीएस सिमला का कहना है कि उनका मन कभी भी सिविल सर्विसेज में नहीं जाने को था। परंतु घर के माहौल ने ही उन्हें आईपीएस बनने की इच्छा जागृत की। सिमला बताती है कि उनकी सुंदरता और सादगी को देखकर निर्देशक जैघम इमाम ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान उनसे मिलने के लिए समय मांगा। और इमाम ने उस वक्त सिमला को अपनी फिल्म 'अलिफ' की स्क्रिप्ट बताई और उन्हें फिल्म में काम करने के लिए ऑफर दिया गया।
आपको बता दें 'अलिफ' सिमला की पहली फिल्म थी, फिल्म 'अलिफ' को फरवरी 2017 में रिलीज किया गया था। 2019 में रिलीज़ हुई फ़िल्म 'नक्कस' में भी आईपीएस सिमला ने काम किया था। आईपीएस शिमला ने न केवल अधिकारिक तौर पर बल्कि एक्ट्रेस भी रह चुकी हैं।
सिमाला एक परिवार से आती हैं.उनके पिता डॉ भागीरथी भी पूर्व आईपीएस अधिकारी औऱ सांसद रह चुके हैं.मां मेहरुन्निसा एक साहित्कार हैं.उन्होंने यूपीएससी की जब तैयार की उस दौरान उनकी नौकरी लग चुकी थी. उन्होंने अपने दोनों कर्तव्य को बखूबी निभाया.वह पढ़ाई भी करती और साथ-साथ नौकरी भी.
आईपीएस सिमला के परिवार की अगर बात करें तो उनके पिता डॉ भागीरथी पूर्व IPS अधिकारी और सांसद रहे हैं। मां मेहरुन्निसा एक साहित्कार हैं। आपको बता दें जब सिमला प्रसाद यूपीएससी की तैयारी कर रही थी उस वक्त उनकी नौकरी लग चुकी थी। उन्होंने अपने कर्तव्य को बखूबी निभाया व अपनी पढ़ाई जारी रखते हुए साथ-साथ नौकरी भी की। इसके बाद शिमला प्रसाद आईपीएस अधिकारी के रूप में सिलेक्ट हुई और आज एक नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रही हैं। आईपीएस सिमला का कहना है कि उन्होंने यह सब अपनी मेहनत और लगन से पाया है और सच कहते हैं मेहनत करने वाले की कभी हार नहीं होती है।