हिंदी मीडियम की वो छात्रा जो अंग्रेज़ी कमज़ोर होने के बावजूद 18 साल की उम्र में जीता मिस यूनिवर्स का क्रॉउन, बनी थी मिस यूनिवर्स
हमारे देश में जिसे अंग्रेजी नहीं आती उसे कहा जाता है तू कुछ नहीं कर सकता। अंग्रेजी सीखने के लिए लोग हजारों रुपए खर्च करते हैं। लेकिन एक लैंग्वेज किसी भी इंसान के टैलेंट की सूचक नहीं होती, लेकिन फिर भी हमारी कंट्री में अंग्रेजी को ज्यादा अहमियत दी जा रही है।
सुष्मिता सेन जानी-मानी एक्ट्रेस तो है ही साथ ही वह पहली महिला है जो मिस यूनिवर्स का क्रॉउन इंडिया में लाई थी। 1994 में सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनी थी। इनके बाद युक्ता मुखी, लारा दत्ता, हरनाथ संजू मिस यूनिवर्स रही।
18 साल की उम्र में जीता मिस यूनिवर्स का क्रॉउन
सुष्मिता सेन ने 18 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का ताज पहना। आज लाखों लोग उन्हें अपने आइडियल मानते हैं। मिस यूनिवर्स का क्रॉउन पहनने के बाद उन्होंने बॉलीवुड इंडस्ट्री में कदम रखा। इनके लाखों चाहने वाले हैं। इस उम्र में भी सुष्मिता बला की खूबसूरत दिखती है।
बता दे सुष्मिता सेन को फाइनल राउंड में पूछा गया सवाल कि एक महिला की क्या वैल्यू है? इसका जवाब देते हुए सुष्मिता सेन ने कहा मेरी नजर में महिला भगवान का दिया एक तोहफा है और सभी को इस तोहफे की कद्र करनी चाहिए। मां बच्चे को जन्म देती है उसे शेयर करना, केयर करना, प्यार करना सिखाती है यही महिला होने का मतलब है।
सवाल अंग्रेजी में पूछा गया सुष्मिता नहीं समझ पाई
यह जवाब देकर सुष्मिता ने मिस यूनिवर्स का क्रॉउन अपने नाम किया। बता दे यह सवाल सुष्मिता को समझ नहीं आया? सुष्मिता ने अपनी बेटी के अलीशाह के स्कूल मैगजीन में इंटरव्यू के दौरान कहा की मुझे जो सवाल पूछा गया वह सही से समझ नहीं आया था।
इंटरव्यू के दौरान सुष्मिता ने कहा मैं हिंदी मीडियम स्कूल में पढ़ी थी और उस समय मुझे इंग्लिश अच्छे से समझ नहीं आती थी, मुझे Essence का मतलब समझ नहीं आया फिर भी मैंने यह सवाल इतनी अच्छी से कैसे दिया, जबकि मैं उस समय 18 साल की थी। मुझे लगता है उस समय मेरी जीभ पर गॉड बैठे थे, उन्होंने ही मुझसे वह सब बुलवाया आगे सुष्मिता ने कहा मैं उसी जवाब के मतलब को आज भी फॉलो करती हूं।