हिंदू शास्त्रों के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन या शुभ कार्यों पर बाजार से खरीदी जाने वाली श्री गणेश जी की मूर्ति को लेते समय आपको इन खास बातों का ध्यान रखना
हिंदू पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी इस वर्ष 31 अगस्त 2022, बुधवार को मनाई जाएगी, 11 दिन तक रहने वाले इस पर्व को देश भर में बड़ी उत्साह के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री गणेश जी की विभिन्न रूपों में पूजा की जाती है। इस पर्व को खासतौर पर कर्नाटक, गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें इस दिन लोग अपने घर में श्री गणेश जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन किया जाता है।
घर में यहां ने रखे मूर्ति
जैसा कि हम सब जानते हैं भगवान श्री गणेश को विघ्नहर्ता और घर में सुख समृद्धि और कष्टों का निवारण करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें भगवान श्री गणेश की मूर्ति को घर में बिना सोचे समझे नहीं रखना चाहिए। घर में कभी भी बाथरूम की दीवार व शयन कक्ष (बेडरूम) में नहीं रखना चाहिए। मूर्ति के लिए एक सही उचित स्थान होना चाहिए। ऐसा नहीं करना अशुभ होता है और परिवारिक जीवन में घर के लिए उत्पन्न होता है।
मूर्ति का बाईं ओर हो सूंड
अगर आप बाजार से घर के लिए गणेश जी की मूर्ति लेने जा रहे हैं, तो इस बात का खास ख्याल रखें की गणेश जी सूंड बाईं ओर की तरफ हो। भारतीय पौराणिक शास्त्रों के अनुसार गणेश जी की मूर्ति घर के लिए हमेशा वाममुखी गणपति होने चाहिए। क्योंकि शास्त्रों में कहा गया है दाएं ओर सूंड वाले गणेश जी की पूजा करने हेतु विशेष पूजा के नियमों का पालन करना अति आवश्यक है।
बैठी मुद्रा में हो गणपति जी
भारतीय शास्त्रों में ऐसा कहां गया है, कि अगर आप घर में गणेश जी की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं, तो वह बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए। बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी की मूर्ति को बहुत शुभ माना गया है। इस प्रकार की मूर्ति की घर में पूजा करने से घर में सुख शांति और लाभ प्राप्त होता है व आने वाली रुकावट और बाधा से छुटकारा मिलता है। जानकारी के लिए आपको बता दें बाजार से गणेश जी की ऐसी मूर्ति कभी ना लें जिसमें कंधे पर नाग के रूप में जनेऊ धारण किए हुए न हो और जिसमें गणेश जी का वाहन न हो। ऐसी मूर्ति की पूजा करने से दोष लगता है। गणेश जी की ऐसी मूर्ति की स्थापना करनी चाहिए जिसमें भगवान श्री गणेश के हाथों में अंकुश और पाश दोनों हो। अति शुभ रहती है
लड़की की शादी में ना दें गणेश
हमारे पूर्वजों के द्वारा ऐसा बताया गया है कि लड़की की शादी में गणेश की मूर्ति देना अशुभ होता है। इसके पीछे का कारण यह है कि लक्ष्मी जी और गणेश सदैव साथ होते हैं, और भारतीय संस्कृति में बहू बेटियों को लक्ष्मी का दर्जा देते हैं। ऐसे में अगर हम लड़की की शादी में गणेश जी भी दे देंगे तो घर से स्मृद्धि साथ चली जाएगी।
नृत्य करती हुई मूर्ति न खरीदें
कहा जाता है कि अगर नृत्य करती हुई मूर्ति घर में लाएंगे तो घर में गृह क्लेश उत्पन्न होगा और ना ही किसी को गिफ्ट में दें।
संतान प्राप्ति के लिए लाएं बालस्वरूप गणेश
वास्तु शास्त्र के अनुसार जो दंपती संतान प्राप्ति की इच्छा रखती है उन्हें बालस्वरूप गणेश मूर्ति लेनी चाहिए। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माता-पिता के प्रति सम्मान रखने वाली संतान का जन्म होता है। व्यवसाय और नौकरी की समस्याओं को दूर करने के लिए भगवान श्री गणेश की सिंदूरी स्वरूप वाली मूर्ति लेनी चाहिए।