सहारा इंडिया में निवेशकों के पैसे डूबने को लेकर घबराए लोगों के लिए, जागी एक उम्मीद की किरण...
जिनका भी पैसा सहारा इंडिया में फंसा था अब वह मिलने की एक उम्मीद की किरण दिख रही है। जिनका बैंक अकाउंट सहारा इंडिया में था और वह काफी दिनों से बंद हो चुका है और आपका पैसा उस में फंसा है तो बहुत जल्द आपको आपका जमा पैसा मिल सकता है। इस बात की पुष्टि स्वयं मोदी सरकार ने संसद में की है। राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 232.85 लाख ग्राहक को से 19400.86 करोड़ रुपये और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 75.14 लाख ग्राहक को से 6380.50 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया।
मोदी सरकार ने संसद में कहा कि, 'SEBI को 81.70 करोड़ रुपये की कुल मूल रकम के लिए 53,642 मूल बॉन्ड प्रमाण पत्र / PassBook से जुड़े कुल 19,644 एप्लीकेशन प्राप्त हुए हैं. 138.07 करोड़ रुपये (मूलधन के रूप में 70.09 करोड़ रुपये और इंटरेस्ट के रूप में 67.98 करोड़ रुपये) की कुल जो रकम 48,326 ओरिजिनल बॉन्ड सर्टिफिकेट / passbook वाले 17,526 eligible bond धारक को रिफंड हुआ है.'
मोदी सरकार ने यह भी कहा है कि बची हुई एप्लीकेशन या तो SIRECL और SHICL द्वारा सबमिट (submit) किए गए डाक्यूमेंट्स/आंकड़ों में उनका अभीलेखन ट्रेस नहीं किया जा रहा है। जिस कारण सेबी द्वारा पूछे गए प्रश्नों के संबंध में bond धारक से किसी प्रकार प्रतिक्रिया प्राप्त न होने के कारण उन्हें एक बार के लिए क्लोज कर दिया गया था।
लेकिन आपको बता दें जब मंत्रालय में यह सवाल उठाया गया कि सहारा इंडिया परिवार के ग्राहकों को उनका पैसा वापस कब होगा। तब उसके उत्तर में उन्होंने बताया कि भागवत कराड का कहना है कि भारतीय सुरक्षा और विनिमय बोर्ड ने सहारा इंडिया (अचल संपत्ति निगम) रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा (आवास निवेश निगम) हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड नाम की दो विशेष सहारा कंपनियों से संबंधित आदेश जारी हुए हैं।