राजस्थान को देखना पड़ सकता था तबाही का मंजर अगर रह जाता थोड़ी देर और!
यह बड़ा तूफान शुक्रवार कि सुबह को आया था राजस्थान के सीकर जिले में।
राजस्थान के सीकर जिले में शुक्रवार की सुबह को यह बड़ा तूफान आया था इसकी वजह से लोग डर के मारे घर से बाहर भागने लगे। यह भूकंप लगभग 8:01 24 सेकंड पर आया था। इसका केंद्र बिंदु सीकर का देवगढ़ था। भूकंप की तीव्रता लगभग 3.8 नापी गई है रिएक्टर स्केल मे। यह जिले में आया अभी तक का सबसे तेज भूकंप बताया जा रहा है। इस भूकंप का प्रभाव सीकर के कई शहर जैसे दांतारामगढ़, धोद, पलसाना, खाटूश्यामजी, आदि अनेक शहरों में दिखाई दिया। जैसे धरती कांपती हुई दिखाई दी तो लोग डर के मारे घर से बाहर दिखाई दिए। यहां तक कि जिन इलाकों में यह भूकंप आया वहां के कई घरों में दरारे भी पड़ गई है।
भूकंप की गहराई
यह भूकंप लगभग 5 किलोमीटर की गहराई में आया था। भूगोल विशेषज्ञ मुकेश निठारवाल बताया कि भूकंप का केंद्र बिंदु देवगढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ताप-दाब के कारण चट्टानों की आंतरिक हिस्से में हलचल दिखाई दी। इसी कारण भूकंप के झटके आए थे उन्होंने आगे बताया कि इस घटना के बाद लोगों को आगे सचेत हो जाना चाहिए क्योंकि ऐसी घटना दोबारा भी हो सकती है।
ज्यादा समय कर सकता था नुकसान
भूगोल विशेषज्ञ मुकेश निठारवाल ने बताया कि यह भूकंप 3 से 4 सेकेंड तक आया था इसी वजह से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। यदि यही भूकंप ज्यादा देर तक आया होता तो जनहानि भी हो सकती थी। भूकंप की गर्जना काफी तेज थी इसी कारण लोग घर से भागने लगे और धरती भी हिलती हुई दिखाई दी। लोगों ने बताया कि घर के बर्तन और पंखे हिलने लगे इसी कारण वे घबराकर-चिख चिल्लाकर घर से बाहर निकल आए। कुछ तो घर की छतों पर चढ़ गए। भूकंप के आने के बाद इस विषय पर चर्चा भी की गई।