21 वी सदी के युग में जब आपको कोई यह कहे कि पिता बनने के लिए दो शादियां करनी अनिवार्य है, तो शायद आप कुछ देर के लिए सोच में पड़ जाएंगे, जी हां ऐसा ही एक गांव है राजस्थान में..
दोस्तों आज हम आपको राजस्थान के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी एक दिलचस्प कहानी है 21वीं सदी में भी इस गांव के लोग आज यह मानते हैं कि यदि पुरुष दो शादियां नहीं करता है तो वह कभी पीता नहीं बन सकता है और वह निसंतान ही रहता है इसलिए यहां के लोगों को पिता का सुख प्राप्त करने के लिए दो शादियां करनी पड़ती है
इस गांव से एकत्रित की गई संबंधित जानकारी के अनुसार गांव का कोई भी पुरुष अगर दो शादी नहीं करता है तो वह कभी पीता का सुख प्राप्त नहीं कर सकता। गौरतलब है कि यह परंपरा इस गांव में पुराने समय से चली आ रही है इसलिए मजबूरन इस गांव के पुरुषों को दो शादियां करनी पड़ती है। आप सब की जानकारी के लिए आपको बता दें इस गांव का नाम देरासर है जो कि राजस्थान के बाड़मेर जिले में पड़ता है। इस गांव में लगभग 70 मुस्लिम परिवारों का रेन बसेरा है। इस गांव के हर उस व्यक्ति को पिता बनने के लिए दूसरी शादी करनी पड़ती है और गांव के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि जिन लोगों ने दूसरी शादी नहीं की आज तक निसंतान ही रहे हैं।
सदियों से चली आ रही गांव की यह परंपरा जिसका विरोध गांव का कोई भी सदस्य नहीं करता है। और यहां के स्थानीय पर वासियों का कहना है कि शादी के बाद पहली पत्नी से कभी भी बच्चा प्राप्त नहीं होता है जिस कारण यहां के पुरुष को दूसरी शादी करनी पड़ती है लेकिन इसके बावजूद भी यहां के लोग दोनों पत्नियों के साथ बड़े ही प्रेम भाव से रहते हैं और इस बात का कभी भी उन्हें अफसोस नहीं होता है।