किस प्रकार भारतीय खिलाड़ी मात्र 1 घंटे में 1 लाख रुपए कमा लेते हैं और 3 घंटे के T20 मैच में क्रिकेटरों को 3 लाख रुपए मिलते हैं दोहरा शतक मारने वाले...
घर के बड़े बुड्ढों से रोज सुनने को मिलता है कि "खेलोगे-कूदोगे होंगे खराब, पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब" । लेकिन दोस्तों यह कहना की खेलने से कैरियर खराब होता है, तो यह सरासर झूठ है। आज, खेलकूद में लड़के-लड़कियां न केवल अपना बेहतर भविष्य बना रहे हैं, बल्कि शोहरत के साथ-साथ काफी दौलत भी बटोर रही हैं।
आइए! जानते हैं, भारत के क्रिकेटर कितने रुपए सालाना कमा लेते हैं...
'भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड' (BCCI) ने क्रिकेट खिलाड़ियों को अलग-अलग 4 श्रेणीयों A+ ग्रेड, A ग्रेड, B ग्रेड, और C ग्रेड में रखा है। इसी के आधार पर इन्हें वेतन भी मिलता है।
बीसीसीआई प्रत्येक वर्ष खिलाड़ियों को उपरोक्त श्रेणियों के आधार पर विभाजित करती है फिर उनसे श्रेणी के आधार पर कॉन्ट्रैक्ट करती है।
जिसके अनुसार यह A+ ग्रेड के खिलाड़ियों को प्रतिवर्ष 7 करोड रुपए मिलते हैं। जबकि ग्रेड A के खिलाड़ियों को 5 करोड रुपए बीसीसीआई की ओर से बतौर वेतन मिलता है, ग्रेड B के खिलाड़ियों को 3 करोड़ जबकि C ग्रेड के खिलाड़ियों को सालाना 1 करोड रुपए वेतन दिया जाता है।
क्रिकेट खिलाड़ियों को बीसीसीआई सालाना ग्रेड के हिसाब से वेतन तो देता ही है, साथ ही क्रिकेट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को मैच फीस भी देता है। क्रिकेटरों को एक टेस्ट खेलने के 15 लाख मिलते हैं, एक वनडे के 6 लाख और एक 20-20 के 3 लाख रुपए मिलते हैं।
3 घंटे के T20 मैच में क्रिकेटर को तीन लाख मैच फीस मिलती है, यानी 1 घंटे के 1लाख रुपए। जो खिलाड़ी मैच नहीं खेलते उन्हें आधी मैच फीस मिलती है।
क्रिकेटर मैच फीस और बीसीसीआई से सालाना वेतन और बोनस तो लेते ही हैं। साथ ही अलग-अलग क्रिकेट लीग में खेलकर मोटी कमाई करते हैं। इसके अलावा विज्ञापनों से क्रिकेटर करोड़ों रुपए के वारे न्यारे करते हैं।
एक ओर अगर कोई प्लेयर मैच में दोहरा शतक लगाता है, तो उसे 7 लाख रुपए एक्स्ट्रा मिलते हैं, वही सेंचुरी लगाने पर या 5 विकेट लेने पर 5 लाख एक्स्ट्रा मिलते हैं। इन सबके अलावा क्रिकेटर सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट और पेज के माध्यम से भी करोड़ों रुपए की कमाई करते हैं। कुल मिलाकर कहें तो खिलाड़ियों के ऊपर धन वर्षा चारों ओर से होती है।