धौलपुर: किसान पिता ने बच्चों को पढ़ाने में की कड़ी मेहनत, बेटे ने दिल्ली जाकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी, UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया में प्राप्त की 68वीं र
दोस्तों आज हम आपको किसान के बेटे की बड़ी उपलब्धि के बारे में बताने वाले हैं। कहानी है धौलपुर जिले की राजाखेड़ा उपखंड के गांव डबेरा के रहने वाले राहुल पाराशर कि जो एक किसान का बेटा है। राहुल ने यूपीएससी द्वारा हेल्ड की गई एग्जाम असिस्टेंट कमांडेंट एग्जाम में सफलता प्राप्त ही नहीं की बल्कि ऑल इंडिया में 68 वी रैंक हासिल की और अपने परिवार का नाम रोशन किया। राहुल को इस मुकाम तक पहुंचने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
राहुल के पिता एक किसान है उनका नाम जगदीश पाराशर है उनके तीन बेटे और एक बेटी है। जगदीश और इनकी वाइफ गुड्डी देवी दोनों शिक्षा से दूर रहे लेकिन उन्होंने खेतीबाड़ी कर मेहनत की और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने में कामयाब रहे। उनका बड़ा बेटा कृष्णकांत पाराशर एक डॉक्टर है दूसरा बेटा राहुल है जिसमें यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल की और असिस्टेंट कमांडेंट की पोस्ट पर अप्वॉइंट हुआ।
पिता ने बच्चों को पढ़ाने में की कड़ी मेहनत
जगदीश जी का तीसरा बेटा पीएचडी कर रहा है और बेटी पूनम भी पढ़ाई कर रही। उनका सपना है कि उनके बच्चे अच्छे पढ़ लिखकर देश का नाम रोशन करें और खुद के पैरों पर खड़े हो। जगदीश जी ने बच्चों को अच्छी शिक्षा दीक्षा दिलाने में बहुत मेहनत की और आज उनका यह सपना साकार भी हो गया।
राहुल ने यूपीएससी द्वारा आयोजित की गई एग्जाम में 68 वी रैंक हासिल कर अपने पिता मेहनत को साकार कर दिया। राहुल असिस्टेंट कमांडेंट की पोस्ट पर अप्वॉइंट हुए हैं इन्होंने अपनी प्राइमरी एजुकेशन जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश से की यहीं से उन्होंने 12th क्लास पास की ओर उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए यह दिल्ली चले गए।
दिल्ली जाकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी
राहुल ने कॉलेज की पढ़ाई के साथ यूपीएससी एग्जाम की तैयारी भी शुरू कर दी। 2022 में राहुल ने यूपीएससी द्वारा हेल्ड की गई असिस्टेंट कमांडेंट की एग्जाम पास करने के बाद इंटरव्यू हुआ और फ्राइडे के दिन रिजल्ट अनाउंस हुआ। जैसे ही रिजल्ट अनाउंस हुआ वैसे ही घर में खुशियां छा गई। राहुल ने एग्जाम पास ही नहीं की बल्कि ऑल इंडिया में 68 वी रैंक हासिल की और अपने गांव का नाम ऊंचा किया। परिवार वालों ने राहुल को तिलक लगाया और माला पहनाकर खुशी जाहिर की मां ने मुंह मीठा कराया। गांव के हर एक व्यक्ति ने घर आकर राहुल को बधाई दी।