पुलिस की वर्दी में देखकर बहुत खुश हुए भाइयों ने तो पूरे गांव में मिठाइयां बांटी गांव वालों ने गीत गाकर हेमलता जाखड़ का स्वागत किया
इंसान अगर कड़ी मेहनत करें तो क्या कुछ नहीं कर सकता और बात करें अगर बचपन की तो उस वक्त हमारा मन कोमल होता है, जो मन में ठान ले तो वह पूरा करने में जी-जान लगा देता है। ऐसे ही बचपन में हेमलता जाखड़ ने एक पुलिस अफसर को वर्दी में देखा तब से उन्होंने ठान लिया कि वह भी वर्दी पहनेगी और एक पुलिस इंस्पेक्टर बनेगी।
अपने गांव का नाम रोशन करेगी और अपने देश की सेवा करेगी। आज 18 साल बाद में उन्होंने यह सपना पूरा किया हेमलता जाखड़ बाड़मेर में एक पुलिस इंस्पेक्टर के रूप में तैनात हैं और उन्होंने अपने सपने को जी जान से व कड़ी मेहनत करके हासिल किया है।
लेकिन पुलिस इंस्पेक्टर बनने का यह सफर हेमलता जाखड़ के लिए आसान नहीं रहा महज 18 साल की उम्र में उनकी शादी कर दी गई और 21 साल की उम्र में वह मां बन गई लेकिन मां बनने के बाद भी उन्होंने अपने सपने को नहीं छोड़ा और कड़ी मेहनत की ग्रेजुएट होने के बाद भी उन्होंने एक छोटी नौकरी की और पैसे इकट्ठे किए घरवालों के ताने सुने रिश्तेदारों के ताने सुने लेकिन अपने सपने को नहीं छोड़ा और कड़ी मेहनत करके आज 18 साल बाद पुलिस इंस्पेक्टर बन कर अपने सपने को पूरा किया
पुलिस की वर्दी पहनकर हेमलता जाखड़ अपने गांव पहुंची और अपने मां बाप से मिली मां बाप अपनी बेटी को पुलिस की वर्दी में देखकर बहुत खुश हुए भाइयों ने तो पूरे गांव में मिठाइयां बांटी गांव वालों ने गीत गाकर हेमलता जाखड़ का स्वागत किया। यह पल हेमलता जाखड़ के लिए बहुत ही यादगार था और उन्होंने अपने मां बाप को अपने गले लगा लिया। किसान बाप ने अपनी बेटी के सिर पर साफा बांधा हेमलता जाखड़ ने अपनी टोपी अपनी मां को पहना कर गले लगा लिया।
हेमलता जाखड़ ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मैं एक गरीब किसान की बेटी हूं, मेरे लिए पुलिस इंस्पेक्टर बनना आसान नहीं था, लेकिन मेहनत कर मैंने आज यह मुकाम हासिल किया। इसलिए इंसान को कभी मेहनत करने से पीछे नहीं हटना चाहिए और अपने सपनों को साकार करने के लिए खूब मेहनत करनी चाहिए। हेमलता जाखड़ का 7 जुलाई 2021 को एसआई पद पर चयन हो गया था। उसके बाद 9 जुलाई को राजस्थान पुलिस अकेडमी जयपुर में हेमलता जाखड़ ने जॉइन किया