बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस जो इस समय बहुत ही मशहूर है उनको उनके पहले ही सूट में लेनी पड़ी थी गर्भनि-रोधक गोली...
जहां तक बॉलीवुड इंडस्ट्री (Bollywood Industry) की बात की जाए तो बॉलीवुड इंडस्ट्री में खुद के दम पर सफल होना बहुत ही मुश्किल माना जाता है। बॉलीवुड इंडस्ट्री (Bollywood Industry) में जितने भी अदाकार सफल हुए हैं। उनमें से ज्यादातर वो ही मिलेंगे जिनका बॉलीवुड इंडस्ट्री से कुछ ना कुछ नाता हो और अगर बॉलीवुड में अपने आप को अपने दम पर जगह लेनी है तो उसके लिए भी बहुत पापड़ बेलने पड़ते हैं। तो आज ऐसी ही अदाकारा के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं इनकी कहानी भी बहुत ही दमदार है। आज हम बात करने जा रहे हैं अदाकारा राधिका मदान की, राधिका मदान को दर्शक टीवी शो से ही पसंद करते आ रहे हैं और अपनी एक्टिंग के दम पर अब यह अदाकारा सबके दिलों पर छा गई है।
राधिका मदान अपनी मेहनत के दम पर इन्होंने यह मुकाम हासिल किया है लेकिन कुछ समय पहले उनका एक स्टेटमेंट सामने आया है जिसे सुनकर बहुत ही हैरानी होती है। राधिका मदान ने एक टीवी नाटक ‘मेरी आशिकी तुमसे ही’ है से अपने करियर की शुरुआत की थी और इस नाटक में ही उनके रोल को काफी पसंद किया गया और इनकी लव स्टोरी बहुत ही सराहनीय थी। इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में कुछ ऐसी ही बात बोल दी जिससे इनके पिता का रिएक्शन भी बहुत ही अलग था। अगर राधिका की मानी जाए तो उनके हिसाब से उनकी पहली फिल्म मर्द को दर्द नहीं होता थी। लेकिन उनको उनकी फिल्म पटाखा से ब्रेक पहले मिला था यह फिल्म विशाल भारद्वाज की थी।
आपको बता दें कि राधिका मदान को फिल्मी दुनिया में कदम रखते ही गर्भनि'रोधक गोलियां लेनी पड़ी थी। इस बारे में राधिका ने एक बार बताया कि मुझे पहले शॉट के लिए कॉन्ट्रासेप्टिव पील खरीदने के लिए बोला गया था। मेरे पापा उस समय मुझे सरप्राइज देने के लिए दिल्ली आ रहे थे। जब पापा ने यह दवाइयां देखी तो उनको बहुत अजीब लगा। राधिका मदान के पिताजी ने बेटी के पास यह गोलिया देखी तो उनके होश ही उड़ गए। इन्होंने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि मुझे लगता था। कि पापा मेरे पहले सूट के बारे में लोगों को क्या बताएंगे मुझे लगता था। कि मेरे पहले सूट की पापा खूब तारीफ करेंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ राधिका मदान ने मर्द को दर्द नहीं होता फिल्म में अभिमन्यु दसानी के साथ कार्य किया था। जो कि भाग्यश्री के बेटे हैं। लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा नहीं चल पाई थी। लेकिन इसके बाद इरफान खान की आखिरी फिल्म “अंग्रेजी मीडियम” के जरिए इनको खूब इज्जत मिली।