एक्टर ने कहा नई जनरेशन को अपने देश के लिए कुर्बान हुए व्यक्तियों के बारे में जानना जरूरी है ‘मुगलों और अंग्रेजों ने दबाया भारत का इतिहास..
एक एग्जांपल देते हुए एक्टर अजय देवगन ने कहा बचपन में हमें तानाजी के बारे में सिर्फ चैप्टर का एक पेज पढ़ाया गया था। एक्टर ने कहा आज की जनरेशन को तानाजी के बारे में कुछ नहीं पता क्योंकि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पढ़ाया गया।
अजय देवगन ने फिल्म ‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ में इंडियन नेवी स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक का रोल निभाया था, यह 1971 भारत पाक युद्ध के समय भुज एयरपोर्ट के इंचार्ज थे, विजय कार्णिक ने बताया कि जब भुज एयरपोर्ट को डिस्ट्रॉय किया गया था तो उन्होंने स्थानीय महिलाओं की मदद से इसे फिर से बनाया। एक्टर ने कहा इतिहास को सही रूप में सामने आना जरूरी है।
एक इंटरव्यू के दौरान अजय ने कहा करेक्ट हिस्ट्री सामने आनी जरूरी है क्योंकि कभी-कभी वे दबी हुई होती है। आगे एक्टर ने कहा नई जनरेशन को अपने देश के लिए कुर्बान हुए व्यक्तियों के बारे में जानना जरूरी है। अंग्रेजों ने कितने साल तक हमारी धरती पर राज किया और इतिहास को दबा दिया, लोगों को जब अपने देश पर कुर्बान हुए व्यक्तियों के बारे में पता चलता है तो उन में खून खोल जाता है।
मुगलों ने भी इतिहास को दबाया, राजाओं द्वारा किए गए अच्छे कार्यों को। एक्टर ऑब्जेक्शन करते हुए कहा कि आजकल की बुक्स में अपने देश से ज्यादा फॉरेन रुलर्स के बारे में पढ़ाया जाता है। मैं मानता हूं कि जिसका शासन होता है इतिहास भी उसी के हिसाब से बताया जाता है। एग्जांपल देते हुए एक्टर ने कहा कि तानाजी के बारे में हमें सिर्फ चैप्टर का एक पेज पढ़ाया गया था।
अजय देवगन ने कहा इंडिया के लोग यह तो जानते हैं कि अमेरिका में क्या चल रहा है लेकिन उन्हें खुद के इतिहास के बारे में कुछ पता ही नहीं है। उन्होंने कहा ऐसी फिल्में दो परसेंट भी बनने लगे तो लोगों को बहुत जानकारी मिल जाएगी। ऐसी फिल्मों पर अक्सर कौम परस्ती का आरोप लगता है, देश के लिए किए गए बलिदानियों के बारे में नई जनरेशन को वास्तविक रुप से पता होना चाहिए
‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ फिल्म अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा, शरद केलकर, नोरा फतेही लीड रोल में थे। इंडियन एयरफोर्स के पाकिस्तानी सेना ने दिसंबर 2071 में 'ऑपरेशन चंगेज खान' लांच किया था। 11 भारतीय हवाई अड्डे पर बम गिराए गए। भुज पर 14 दिनों में 34 बार हमले किए गए इस दौरान 92 बम और 22 रॉकेट दागे गए थे। विजय कर्णिक ने कैसे पाकिस्तानी सेना को कैसे मजा चखाया इस फिल्म में इसी बारे में बताया गया है।