राज्य सरकारों ने ठाना कुछ अलग करने का बनाई योजना:- खली पड़ी सरकारी जमीनों को....!
स्टेट के बागवानी संबंधी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने कहा कि राज्य सरकार कृषि विविधता के क्षेत्र की ओर विशेष ध्यान दे रही है जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो सके और उन्हें गेहूं धान के चक्रव्यू से निकाला जा सके, आगे उन्होंने कहा कि फलदार पौधे लगाने के आंदोलन के अगले चरण में राज्य बहती नदियों, नालो और सड़कों के किनारे-किनारे फलदार पौधे लगाए जाएंगे।
पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान के संचालन वाली स्टेट गवर्नमेंट ने राज्य में बागवानी को उत्साहित करने के इरादे से राज्य के गवर्नमेंट स्कूलों में फलदार पौधे लगाने का फैसला किया। पंजाब सरकार का यह अभियान 15 जुलाई 2022 से पूरे राज्य में शुरू हुआ पहले चरण में डेढ़ लाख से अधिक फलदार पौधे गवर्नमेंट स्कूल में लगाए।
इसकी जानकारी देते हुए राज्य की बागवानी संबंधित मंत्री फौजा सिंह सरारी ने बताया कि स्टेट गवर्नमेंट एग्रीकल्चर के क्षेत्र की ओर विशेष ध्यान दे रही है ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो और वह गेहूं धान के चक्रव्यू से मुक्त हो सकें।
उन्होंने कहा कि फ्रूट प्लांट लगाने के इस अभियान के अगले चरण में राज्य बहती नदियों,नालो और सड़कों के किनारे किनारे फलदार पौधे लगाए जाएंगे। बागवानी मंत्री ने कहा कि हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट की ओर से लगाए गए इन पौधों का बिहार अवश्य रखा जाएगा।
इन्होंने हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट की कार्यप्रणाली की आलोचना की और ऑफिसर्स को अनुदेश दिए पंजाब सरकार के प्रभुत्व वाली खाली पड़ी जमीनों पर बाग लगाने से संबंधित नीतियां बनाने के ऑर्डर दिए।