सच्ची मिसाल! रीड की हड्डी टूटने के बाद भी नहीं छोड़ा साथ! फिल्म 'विवाह' की तरह रचाई दुल्हन से शादी..
शादी के दिन आरती अपने भतीजे को बचाते-बचाते गिर गई छत से, जब बारात खड़ी थी सर पे...
by SNEHA SHARMA
शादी एक पवित्र रिश्ता है। जीवन को जीने के लिए एक जीवन साथी की आवश्यकता होती है। इसमें 2 परिवारों का विश्वास और आपसी मेल होता है। दोनों की सहमति और रजामंदी से पूरे समाज के सामने रीति-रिवाजों के साथ शादी की जाती है। शादी बड़े धूमधाम से अग्नि के साथ सात फेरे लेकर वचनों के बंधन में बांधी जाती है। आज हम आपके लिए एक ऐसा ही वाक्या लेकर आए हैं जिसने फिल्म विवाह की याद दिला दी। दरअसल फिल्म में अभिनेत्री अमृता राव की शादी के दिन घर में आग लग जाती है और अपनी छोटी बहन को बचाते हुए स्वयं आग से झुलस जाती है। आग से जलने की वजह से काफी अधिक गंभीर रूप से घायल हो जाती है। इसी बीच अभिनेता शाहिद कपूर अमृता राव से शादी हॉस्पिटल में ही करते हैं।
ऐसा ही वाक्य प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके में निवासी आरती की शादी अवधेश नाम के लड़के से 8 दिसंबर को होनी थी। परंतु जिस दिन आरती की बारात आने वाली थी। उसी दिन छत पर खेल रहे 3 साल के भतीजे को नीचे गिरने से बचाते वक्त आरती छत से नीचे गिर गई। और इस हादसे में आरती की रीड की हड्डी टूट गई और साथ ही दोनों पैरों की ताकत खो बैठी। हादसे के बाद घर वाले आरती को प्रयागराज के प्राइवेट हॉस्पिटल में ले गए। जब यह सूचना दूल्हे के घर वालों को दी जाती है तो मामले की सच्चाई का पता करने दूल्हे के घर वाले दो लोगों को भेजते हैं। अवधेश की बात सुनकर आरती के घरवाले डॉक्टर से बातचीत करके एक दिन के लिए आरती को एंबुलेंस से वापस अपने घर कुंडा ले जाकर दोनों के सात फेरे और बाकी रस्में पूरी करते हैं। इसके बाद आरती के घर वाले वापस उसे हॉस्पिटल में भर्ती कराते हैं। फिल्म विवाह में शादी के लिए अमृता राव के लाख मना करने के बावजूद भी शाहिद कपूर ने अमृता राव की एक न सुनी और शादी के लिए हां कर दी। फिर हॉस्पिटल में ही बड़े धूमधाम से दोनों की शादी हुई थी। उसी प्रकार आरती के मना करने के बावजूद भी अवधेश ने आरती की एक न सुनी और शादी के लिए घरवालों से हामी भर दी।
जानकारी के मुताबिक अवधेश पत्नी आरती का बेहद ख्याल रखते हैं। और हमेशा उनकी देखरेख में लगे रहते हैं। अस्पताल में हाथों में मेहंदी लगाए बेड पर लेटि नई नवेली दुल्हन और दूल्हे को देखकर, उनके रिश्तेदार और घरवाले नम आंखों से इन दोनों के हौसले और हिम्मत को बढ़ाते हुए उन्हें सलाम किया। इस वाक्य के बाद अवधेश लोगों की नजर में रियल लाइफ हीरो बनकर सामने आए। अवधेश के इस फैसले पर हर कोई उनकी तारीफ व उन्हें सलाम कर रहा है। जिससे कि हम सब जानते हैं। तकलीफ में तो हर कोई अपना साथ छोड़ देता है। परंतु अवधेश ने परिवार की जिस प्रकार हिम्मत जोड़ते हुए शादी के लिए हां कहा वाकई तारीफ के काबिल था। चाहे जीवन में किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ समस्या क्यों ना आ जाए परिवार व दोस्तों का साथ कभी ना छोड़े हम सब जानते हैं। मुसीबत में कोई अपना ही काम आता है। अवधेश चाहता तो यह रिश्ता तोड़ सकता था। परंतु अवधेश ने ऐसा नहीं किया। उसने अपने नेक दिल का परिचय देते हुए। आरती से शादी के लिए हां कहां। Viral24 अवधेश जैसे नेक दिल इंसान को अपनी ओर से धन्यवाद देता है। और दोनों के जीवन की मंगल कामनाएं करता है।
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