पिता और मां करती थी लोगों के खेतों में मजदूरी और बेटा बना dsp मां की आंखों से छलके खुशी के आंसू
दोस्तों दुनिया आपको चिड़ाएगी और गिरायेगी क्योंकि दुनिया का काम ही यही है पर तुम्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए
by MUSTKIM CHOPDAR
आपका लक्ष्य अपनी मंजिल की ओर होना चाहिए। गरीब परिवार के एक लड़के ने रात दिन एक करके अपनी पढ़ाई को पूरी किया और अपने माता-पिता का नाम रोशन किया इस लड़के का नाम संतोष पटेल है और यह बहुत ही गरीब परिवार से हैं।
इस लड़के के माता-पिता के पास दो वक्त की रोटी के खाने पीने के भी पैसे नहीं थे और इस लड़के के माता-पिता दूसरों के खेतों में घास काटते थे और अपना घर का गुजारा करते थे, फिर भी इस लड़के के पिता ने अपने लड़के संतोष को डीएसपी की तैयारी करवाई।
संतोष ने दिन रात एक कर के अपनी पढ़ाई पूरी की और एक अच्छी जोब हासिल कर ली। संतोष पाटिल ने बताया है कि उन्होंने इस वर्दी के लिए 5 साल मेहनत की है और उन्हें यह वर्दी इतनी आसानी से नहीं बल्कि बहुत ही कठिनाई से मिली है, इसके लिए उन्होंने काफी ज्यादा मेहनत और लगन के साथ काम किया है।
संतोष पाटिल ने अपने सफर को बताते हुए कहा है कि उनके पास किताबे लाने तक के पैसे नहीं थे फिर भी उन्होंने अपनी डीएसपी की तैयारी को ऐसे ही नहीं छोड़ा और दिन रात एक कर दी अपनी डीएसपी की तैयारी के लिए, उन्होंने अपनी सफलता के लिए काफी मेहनत की है।
संतोष पाटिल के माता-पिता काफी गरीब थे फिर भी उन्होंने अपने बेटे को डीएसपी बनाने के लिए बहुत ही मेहनत की है उनकी माता ने अपने बेटे संतोष को डीएसपी बनाने के लिए दूसरे के खेतों में काम किया और अपने बेटे को इस मुकाम तक पहुंचाया, बाप ने बेटे को डीएसपी बनाने के लिए दिन रात एक कर के मेहनत की और अपने बेटे को वर्दी में देखने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत की।
आखिरकार वह दिन आ ही गया जब उनके माता-पिता उनको डीएसपी की वर्दी में देखना चाहते थे और डीएसपी की वर्दी में अपने बेटे को देखकर उन्हें काफी ज्यादा गर्व महसूस हुआ, संतोष पाटिल के माता-पिता को उनकी मेहनत का फल आखिरकार मिल ही गया। उन्होंने अपने बेटे की पढ़ाई के लिए ना जाने कितनी मेहनत की।
संतोष पाटिल ने बताया कि आज मैं जो कुछ भी हूं वह सब मेरे माता-पिता की बदौलत हूं और उन्होंने अपने माता-पिता की मेहनत को जाया नहीं जाने दिया और मेहनत करके डीएसपी का पेपर क्लियर किया और डीएसपी बने, संतोष पाटिल ने अपने मां बाप को काफी ज्यादा गर्व महसूस करवाया।
Related Articles
These articles might be interesting for you as well: