यूक्रेन से वापस नहीं आना चाहता यह छात्र, कहा अपने पेट डॉगी को लिए बिना नहीं जाऊंगा इंडिया

भारतीय छात्र की यह कैसी ज़िद छोड़ दी यूक्रेन से भारत आने वाली फ्लाइट कहा- अपने डॉगी के बिना नहीं आऊंगा

by SNEHA SHARMA

यूक्रेन से वापस नहीं आना चाहता यह छात्र, कहा अपने पेट डॉगी को लिए बिना नहीं जाऊंगा इंडिया

रूस और यूक्रेन युद्ध लगातार जारी है अभी तक फिलहाल यूक्रेन में लगभग 6000 भारतीय फंसे हुए हैं। आपने ऐसे कई वीडियो भी देखे होंगे जिसमें भारतीय छात्र इंडिया आने की मांग कर रहे हैं। इन्हें यूक्रेन से निकालने के लिए भारतीय सरकार भी बहुत जतन कर रही है और कई हजारों छात्रों को वहां से निकाल कर भी लाए हैं। इनमें से इंडिया का एक ऐसा छात्र भी है जो कह रहा है कि मैं भारत नहीं आऊंगा।

बिना डॉगी के आने से किया इनकार

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इसका नाम है ऋषभ कौशिक। यह खर्कीव यूनिवर्सिटी ऑफ रेडियो इलेक्ट्रॉनिक्स में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की पढ़ाई करने के लिए गया हुआ है। हजारों भारतीय स्टूडेंट ऐसे हैं जो भारत आने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं लेकिन आ नहीं पा रहे हैं। उनमें से एक ऋषभ है जो कह रहे हैं कि मैं अपने पेट डॉगी मलिबु को लिए बिना भारत नहीं आऊंगा।

ऋषभ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट की है जिसमें वे यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि यूक्रेन के ऐसे बुरे हालात में इंडियन एंबेसी और दिल्ली में सेंटर की एनिमल क्वॉरेंटाइन और सर्टिफिकेट सर्विस ने उन्हें फिलहाल वहां रुकने की सलाह दी है। क्योंकि वहां फ्लाइट्स की उड़ाने अभी बंद कर दी गई है।

डॉगी के साथ बंकर में हैं छिपे

रूसी सेना धीरे-धीरे यूक्रेन में आगे बढ़ती हुई नजर आ रही है। वही ऋषभ ने भारतीय अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वह मुझसे एयर टिकट भेजने को कह रहे हैं लेकिन मैं कैसे एयर टिकट भेज सकता हूं जब यूक्रेन में फ्लाइट्स ही बंद है।

27 फरवरी को थी उनकी फ्लाइट

कौशिक ने यूक्रेन की बुरी स्थिति के बारे में भी बताया है। उसने कहा कि मैं अपने प्यारे डॉगी मलिबु के साथ बनकर में ही छिपा हुआ हूं। ऋषभ ने कहा कि पिछले साल ही खार कि उसे मैंने यह डॉगी खरीदा था।

ऋषभ ने कहा आज सुबह बमबारी की आवाज से वह सुबह जल्दी उठ गए थे इसके साथ ही उनका डॉगी भी काफी डर गया था। आगे ऋषभ ने बताया कि बंकर काफी ठंडे हैं इसलिए उन्हें थोड़ी थोड़ी देर में बाहर आना पड़ता है।

ऋषभ ने बताया कि मैं अभी भी की में फंसा हुआ हूं और मेरी इंडिया की फ्लाइट 27 फरवरी की है। ऋषभ ने कहा कि अगर इंडियन गवर्नमेंट मुझे एनओसी दी होती तो मैं अब तक भारत आज चुका होता।

रूसी सेना के काफी नजदीक पहुंच चुकी है कीव को अपना बनाने के लिए काफी जद्दोजहद कर रही है। कई हजारों भारतीय छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। भारत सरकार उन्हें इंडिया एलाने के लगातार प्रयास में जुटी हुई है। उन्हें भारत लाया जा सकता था लेकिन यूक्रेन का एयर स्पेस ही बंद है जिसके कारण भारतीयों को सीधे इंडिया नहीं लाया जा सकता।

यूक्रेन से छात्रों को लाने में मुश्किल

भारत सरकार छात्रों को वापस इंडिया लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया, पोलैंड, स्लोवाकिया हंगरी में भेज रही है और वहां के विमानों के जरिए उन्हें इंडिया लाया जा रहा है। 

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