यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बचने की दी गई सलाह, कहा तीन बार सायरन बजने पर यह करें
लगातार बनते जा रहे हैं यूक्रेन के हालात इस कदर ! यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को बचने की दी गई सलाह...
by SNEHA SHARMA
पुतिन के हमले के बाद यूक्रेन की जनता के हालात बहुत खराब है। भारतीय छात्र जो वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गए थे वह अब ऐसी खराब स्थिति में भारत आना चाहते हैं। इन छात्रों में से 2 छात्र मध्य प्रदेश के उज्जैन तहसील के उन्हेल नगर के है। वे घर से काफी दूर है। युद्ध कि इन परिस्थितियों में वे काफी डरे हुए हैं और अब वे इंडिया वापस आना चाहते हैं।
यूक्रेन में फंसे छात्रों में से एक अक्षत भी है। यह इंडिया से 2019 में मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन की राजधानी कीव से 300 किलोमीटर दूर तक टर्नोपील नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में गया था। लेकिन कोरोनावायरस के चलते इसे इंडिया वापस आना पड़ा। इसके बाद अक्षत दिसंबर 2021 में वापस यूक्रेन गया। अब रूस और यूक्रेन दोनों देशों की लड़ाई के चलते छात्र वहीं फंसे हुए हैं। इंडिया में उनके पेरेंट्स भी काफी घबराए हुए हैं।
सायरन को लेकर मिली है सलाह
एक खबर के मुताबिक अक्षत के पिता जीवन जैन ने कहा कि बेटे अक्षत से व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बात हुई थी। अक्षत ने उन्हें कहा कि हम इंडियन एंबेसी के संपर्क में हैं। अक्षत ने इन तीन सायरन बजने का खुलासा किया और कहा कि पहला सायरन बजे तो छात्रों को सचेत रहना है और अपने कमरे की लाइटें बंद कर देनी है। दूसरा सायरन बजे तो यहां से निकलने का इशारा किया गया है, और तीसरा सायरन बजने पर उन्हें में बंकरों मे छुपने को कहा गया है।
अक्षत के 2 साथी भी उसी के साथ रह रहे हैं। वे लगातार इंडियन एंबेसी के संपर्क में है। अक्षय की मम्मी सुनीता जैन अपने बेटे को लेकर बहुत घबराई हुई है। अक्षत इनका इकलौता बेटा है। वह सरकार से अपने बेटे को सुरक्षित इंडिया लाने की गुहार लगा रही हैं। ऐसे ही एक और छात्र है शुभांशु, जो मेडिकल की पढ़ाई के लिए यूक्रेन पहुंचे थे। शुभांशु ने 3 महीने पहले ही कीव से 500 किलोमीटर दूर जेपरराइसे स्टेट यूनिवर्सिटी में अपना एडमिशन करवाया था।
शुभांशु के पिता एक डॉक्टर है उनसे बात हुई तो उन्होंने कहा कि उनका बेटा फिलहाल सुरक्षित है। आगे उन्होंने कहा कि शुभांशु अपने फ्रेंड्स के साथ यूनिवर्सिटी में ही है। पिता ने उनसे व्हाट्सएप कॉलिंग के जरिए बात की और आगे उन्होंने कहा कि बेटा इंडियन एंबेसी के संपर्क में है। शुभांशु की माता गिरजा बैरागी का रो-रो कर बुरा हाल है और वह चाहती है कि उनका बेटा सुरक्षित इंडिया वापस आ जाए।
बेटी के लिए सरकार से गुहार
मध्य प्रदेश का जिला बुरहानपुर के शाहपुर गांव की बेटी रश्मि सूर्यवंशी भी एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए यूक्रेन पहुंची थी। रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद रश्मि यूक्रेन में ही फंसी हुई है। रश्मि की फैमिली बहुत टेंशन में है। इन्होंने भी सरकार से अपील की है कि उनकी बेटी को वापस इंडिया लाया जाए। आपको बता दें कि उज्जैन के 20 छात्रों से अधिक छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं।
महाकाल के दरबार में पूजा-अर्चना भारतीय छात्र सही सलामत भारत वापस आ जाए इसके लिए महाबलेश्वर मंदिर में पुजारियों द्वारा पूजा-पाठ किया जा रहा है। महाकाल का रूद्र अभिषेक किया गया। भगवान महाकाल से प्रार्थना की गई कि सभी भारतीय सुरक्षित रहे और उनके यूक्रेन में फंसे बच्चे जल्द से जल्द इंडिया वापस आ जाए।
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